उत्तर प्रदेश के आगरा में 24 अप्रैल की रात हुए हत्या कांड ने एक पूरे परिवार को गहरे सदमे में है. रेस्टोरेंट में काम करने वाले गुलफाम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना के पांच दिन बीत जाने के बावजूद अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे परिवार के गुस्से और गम का ठिकाना नहीं है. गुलफाम के परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पूरा भरोसा है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही न्याय मिलेगा.
परिजनों ने बताया कि गुलफाम अपने चचेरे भाई शाहीद के रेस्टोरेंट में काम करता था. घटना के दिन रात लगभग 11:30 बजे गुलफाम और उसका साथी शाहरुख रेस्टोरेंट बंद कर रहे थे. तभी दो अज्ञात युवक वहां आए. गुलफाम ने सहजता से हां भाई कहा, जवाब में उन लोगों ने भी हां भाई कहा. इसके बाद एक युवक ने अपनी पैंट से कट्टा निकालकर सीधे गुलफाम को गोली मार दी. दूसरे युवक ने शाहरुख पर भी गोली चलाई, जो उसे छूकर निकल गई.
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गोली लगते ही गुलफाम गिर पड़ा. आनन-फानन में उसे पहले शांति मांगलिक अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने गुलफाम को मृत घोषित कर दिया. मृतक गुलफाम के परिवार की हालत बेहद खराब है. पीछे पत्नी और तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. बूढ़े पिता इमाम बख्श, जिनका तीन महीने पहले एक्सीडेंट हुआ था वे बेटे की मौत की खबर से सदमे में हैं. परिवार के लोग बार-बार सवाल कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ और अभी तक हत्यारे पकड़े क्यों नहीं गए?
हत्यारों ने ना तो नाम पूछा और ना ही धर्म
गुलफाम के भाई ने बताया कि उन्होंने रेस्टोरेंट के सीसीटीवी कैमरे चेक किए थे. फुटेज से साफ है कि हत्यारों ने ना तो नाम पूछा और ना ही धर्म. सीधे आकर हत्या कर दी. इस मामले में परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बच्चों की पढ़ाई और परिवार के भरण-पोषण की मदद की गुहार लगाई है. रेस्टोरेंट मालिक और गुलफाम के चचेरे भाई शाहीद ने भी दुख जताते हुए बताया कि तीन युवक आए और सीधे गोली मार दी. पूरा परिवार बदहवास है और प्रशासन से सिर्फ एक उम्मीद कर रहा है कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी हो और गुलफाम के मासूम बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो.