उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में भ्रष्टाचार का एक मामला सामने आया है. यहां पशुपालन विभाग में तैनात बाबू विकास कश्यप को एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया. जसपुरा थाना क्षेत्र निवासी मो. जैद ने सरकार की बकरी पालन योजना में आवेदन किया था.
इस योजना में सब्सिडी मिलनी थी लेकिन ऑफिस में तैनात बाबू ने योजना का लाभ देने के बदले 40 हजार रुपये की डिमांड कर दी. इसमें 10 हजार पहले और 30 हजार बाद में देने की बात तय हुई.
10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया
पीड़ित जैद ने बताया कि वह बेरोजगार है. अगर पैसा होता तो योजना का लाभ क्यों लेता. इस पर उसने भ्रष्टाचार निवारण संगठन को लिखित शिकायत दी. टीम ने योजना बनाकर कार्रवाई की और 10 हजार की रिश्वत लेते हुए आरोपी बाबू को पकड़ लिया.
सरकारी योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार का भंडाफोड़
बांदा एंटी करप्शन टीम के प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है. कोर्ट में पेश करने के बाद उसे लखनऊ पूछताछ के लिए ले जाया गया है. इस घटना से सरकारी योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार का एक और चेहरा सामने आया है, जिससे जरूरतमंदों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.