एकतरफ धर्म के नाम पर नफरत फैलाई जा रही है, वहीं बिजनौर के किरतपुर कस्बे से इंसानियत और एकता की एक शानदार मिसाल सामने आई है. मोहल्ला काजियान निवासी मुस्लिम समाजसेवी सफदर नवाज खां ने अपने कर्मचारी गौतम कुमार की बेटी राखी की शादी न सिर्फ कराई, बल्कि एक पिता की तरह उसका फर्ज भी निभाया.

गौतम कुमार कई दशकों से सफदर नवाज के गोदाम में काम कर रहे हैं. सफदर ने न सिर्फ उन्हें अपने घर का हिस्सा रहने के लिए दे रखा है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई, घर खर्च और मुश्किल समय में हमेशा साथ खड़े रहे.
मुस्लिम समाजसेवी ने कराई हिंदू लड़की की शादी
जब गौतम अपनी बड़ी बेटी की शादी को लेकर चिंतित थे, तब सफदर नवाज ने शादी का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली. लखीमपुर खीरी से आए दूल्हे शिवम की बारात का स्वागत मुस्लिम समाज के लोगों ने दिल खोलकर किया.
शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी

हिंदू रीति-रिवाजों से शादी कराई गई और पंडित सुभाष शर्मा ने पूरे वैदिक मंत्रों के साथ रस्में पूरी कराईं. दुल्हन को दहेज में पूरा घरेलू सामान दिया गया. राखी ने कहा कि हम उन्हें बड़े पापा कहते हैं, और आज उन्होंने सच में मेरी शादी कर एक पिता का फर्ज निभाया. सफदर नवाज बोले, जब नफरत फैलाई जा रही है, हमें मोहब्बत की मिसाल पेश करनी चाहिए. इस शादी में दोनों समुदायों के सैकड़ों लोग शामिल हुए और इस भाईचारे को सलाम किया.